Tuesday, July 31, 2018

सीटेट परीक्षा के लिए बड़ी खबर है

CTET - 2018



CTET, TET, UPTET, TET NEWS, CTET RAGESESTATION
CTET 2018

दोस्तों अब लाखों अभ्यर्थियों का इंतजार हुआ खत्म अब एक अगस्त से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया |


दोस्तों आवेदन प्रक्रिया मे कुछ बदलाव के साथ सीबीएसई ने तैयारी शुरू कर दिया है अब आप सीटेट की वेबसाइट www.ctet.nic.in  पर जाकर ऑनलाइन एप्लाई कर सकते हैं सीटेट 2018 के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी सीटीईटी  के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 अगस्त से शुरू करने की घोषणा की है।

इस वर्ष इसकी परीक्षा देश के 92 शहरों में 20 भाषाओं में आयोजित की जाएगी। सीबीएसई इसकी विस्तृत जानकारी अपने आधिकारिक वेबसाइट www.ctet.nic.in पर 1 अगस्त को जारी करेगी।


CTET 2018 के आवेदन आनलाईन प्रक्रिया के माध्यम से 27 अगस्त तक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। तथा आनलाईन प्रक्रिया द्वारा फीस जमा करने की अंतिम तारीख 30 अगस्त है।
यह प्रक्रिया 30 अगस्त को दोपहर 3:30 पर बंद हो जाएगी |

सीबीएसई ने कहा है कि जो छात्र इसके लिए आवेदन करेंगे वह पहले सूचना बुलेटिन को डाउनलोड कर ध्यान से पढ़ लें।
 छात्र सीटीईटी की वेबसाइट से ही ऑनलाइन आवेदन कर पाएंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 27 अगस्त है। 30 अगस्त को शाम साढ़े 3 बजे फीस भुगतान का समय निर्धारित किया गया है।



 आपको बता दें कि सीटैट परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 22 जून से शुरू होनी थी लेकिन प्रसाशनिक कारणों से इस प्रक्रिया को कुछ दिनों के लिए रोक दिया गया था।

पहले सीबीएसई ने परीक्षा की तिथि 16 सितंबर, 2018 घोषित की थी। आवेदन प्रक्रिया टाले जाने से हो सकता है कि परीक्षा की तिथि को थोड़ा आगे खिसका दिया जाए।

CTET 2018 परीक्षा में दो पेपर होंगे- पेपर I और पेपर II। ये दोनों पेपर दो सेशन में होंगे - पेपर-1- 2 pm to 4:30 pm और पेपर 2 - 9:30 am to 12 pm
पेपर नं. 1 उन उम्मीदवारों को देना होता है जो कक्षा 1 से कक्षा 5 तक पढ़ाने के इच्छुक हैं। और पेपर नं 2 उन उम्मीदवारों के लिए होता है जो कि कक्षा 6 से कक्षा 8 के लिए शिक्षक बनना चाहते हैं|

Saturday, July 28, 2018

अब डिग्री या सर्टिफिकेट खोने का डर नही साथ ले जाने की जरूरत नही

हर भारतीय छात्र के लिए महत्वपूर्ण है NAD प्रणाली


NAD,NATIONAL ACADEMIC DEPOSITORY,डिजिटल लाइब्रेरी

NATIONAL ACADEMIC DEPOSITORY




मानव संसाधन मंत्रालय एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की इस नयी पहल से करोड़ो छात्र, उनके अभिभावक, एवं शैक्षणिक संस्थान, भारतीय और विदेशी कर्मी, सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सभी विशिष्ट संसथान आदि लाभान्वित होगे 
जी हाँ भारत सरकार की इस डिजिटल पहल से अब छात्रो को अपने प्रपत्रों की फ़िक्र नही करनी पड़ेगी ना ही तरह तरह की फोटोकापी करानी पड़ेगी या किसी भी प्रपत्र के लिए लाइन में लगना होगा क्युकी अब आ गयी है NAD प्रणाली 

दोस्तों भारत दुनिया का सबसे बड़ा शैक्षणिक क्षेत्र है यहाँ पर  
47 केन्द्रीय विश्वविद्यालय, 
365 राज्य विश्वविद्यालय 
123 डीम्ड विश्वविद्यालय
269 प्राइवेट विश्वविद्यालय है


इन विश्वविद्यालय से हर साल करीब 1.5 करोड़ छात्र निकलते है और शैक्षणिक अंकपत्र वा प्रमाणपत्र प्राप्त करते है | इसी प्रकार
C.B.S.E
I.C.S.E
राज्य बोर्डो 
से लगभग 3.5 करोड़ छात्रो को शैक्षणिक प्रमाणपत्र वितरित किये जाते है | 

ऐसे में भारत सरकार द्वारा N.A.D के माध्यम से सभी प्रपत्रों को डिजिटलाइज करने का फैसला किया गया है 


आइये जानते है क्या है N.A.D व्यवस्था

N.A.D यानी  NATIONAL ACADEMIC DEPOSITORY

N.A.D वह प्रणाली है जिसके माध्यम से हर शैक्षणिक संस्थान के द्वारा छात्रो को दिए जाने वाले मान्य प्रपत्र जैसे- अंकपत्र,प्रमाणपत्र, डिग्री, डिप्लोमा इत्यादि को सीधा N.A.D प्रणाली में उपलोड क्र दिया जाएगा 

इस ऑनलाईन डिजिटल डिपाजिटरी को कभी भी कही से भी ओनलाईन कनेक्ट कर के देखा जा सकता है या डाऊनलोड किया जा सकता है |

भारत सरकार के इस उपक्रम में दो ईन्तारल डिजिटल आप्रेबल डिपाजिटरीज कार्यरत है 
C.V.L
N.D.M.L

यह दोनों इन प्रपत्रों को डिपाजिट करने, शुरक्षित रखने वा सहेजने का कार्य करेंगी | इस सुविधा के पूरी तरह से विधिवत कार्यरत होते ही सभी संस्थानों को जोड़ दिया जायगा जिसमे सभी संस्थान अपने जारी प्रपत्रों को डिजिटली रूप से सहेजने का कार्य शुरू कर देंगे |



देश के सभी संस्थान इस सिस्टम में सभी प्रपत्रों को उपलोड करेंगे और वही छात्र दुनिया के किसी भी कोने से इन प्रपत्रों को ओनलाईन प्राप्त कर सकेंगे |
छात्र इन प्रपत्रों को प्राप्त करने के लिए नेट पहचान या आधार से वेरीफाई कर के ही पा सकेंगे, या डाउनलोड कर सकेंगे या अपने इम्प्लाई को जांचने को दिखा सकेंगे |

इस तरह आप वैरिफिकेसन की लम्बी प्रक्रिया से बच सकते है 
भारत सरकार की इस पहल से आप के प्रपत्रों के खोने या खराब होने की मुसीबत से बच सकते है साथ ही कही से भी देख सकते है या फिर ऑनलाइन सत्यापित कर सकते है

इस प्रक्रिया को निजता की सुरक्षा के लिए भी पूरी तरह सक्षम बनाया गया है |



अधिक जानकारी के लिए NAD की वैबसाइट पर जाकर देख सकते है 
www.nad.gov.in

NATIONAL ACADEMIC DEPOSITORY, NAD, DIGITAL LAIBORY
NAD

Friday, July 27, 2018

ये भी जानो

ये भी जानो

Do-you-know-this-amazing-facts,Do-you-know
Do you know

पिरामिड के अंदर का तापमान हमेशा 20 डिग्री सेल्सियस रहता है.

अरूणाचल प्रदेश में 4 ऐसे मतदान केंद्र हैं जहां महज तीन-तीन ही मतदाता हैं।

मूलतः, बीएमडब्ल्यू (BMW) एक हवाई जहाज इंजन निर्माता हैं |

GO अंग्रेजी भाषा का सबसे छोटा वाक्य है|

एक सिगरेट धूम्रपान करने के 20 मिनट बाद, रक्तचाप सामान्य होता है|

धूम्रपान करने वालों के गैर धूम्रपान करने वालों की तुलना में दस गुना अधिक झुर्रियाँ मिलती है |

औसतन एक व्यक्ति शौचालय में अपने जीवन के तीन साल खर्च करता है |    

संसार में प्रतिवर्ष 50,000 से भी अधिक भूकंप आते हैं।

एक ज्वालामुखी में राख को 50 किलोमीटर से भी ऊपर फेंकने की शक्ति होती है।

चन्द्रमा के सिर के ठीक ऊपर आने पर उसके गुरुत्वाकर्षण के कारण आपका वजन जरा सा कम हो जाता है।

यूरोप एकमात्र ऐसा महाद्वीप हैं जिसमें कोई भी मरुस्थल नहीं है।   

सारी दुनिया में केवल जिराफ ही एक ऐसा प्राणी है जिसके जन्म से ही सींग होते हैं।

टैक्सास का होस्टन नगर दलदल में बसा हुआ है और धीरे-धीरे धँसते जा रहा है।

समुद्र की एक बूंद पानी को भाप बनकर पूरे विश्व में प्रसारित होने में 1000 साल से भी अधिक समय लग जाता है।

भारत में एक करोड़ से ज्यादा लोग करोड़पति हैं।


कई लोगों का मानना है कि अगर आप एक जन्मदिन के केक पर के सभी मोमबत्तियाँ एक सांस में बुझाते है तो उस समय की गयी इच्छा पूरी होती है|

एशिया में, 4 अंक किसी भी नोकिया हैंडसेट मॉडल संख्या में कभी नहीं दिखाई देता है, क्योंकि 4 अंक दक्षिण / पूर्व एशिया के कई भागों में अशुभ माना जाता है.

एक इंद्रधनुष को केवल सुबह या शाम को देखा जा सकता है|

डोनाल्ड डक कॉमिक्स फिनलैंड से प्रतिबंधित कर दिया गया था क्योंकि मैं वह पतलून नहीं पहनता था|

शाहजहाँ सफेद ताजमहल की दूसरी तरफ काला ताजमहल भी बनाना चाहता था परंतु उससे पहले ही
शाहजहाँ के पुत्र औरंगजेब ने अपने पिता को जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया|
 

Monday, July 16, 2018

Do you know this amazing facts


क्या आप ये तथ्य जानते है ?

Do you know this amazing facts, did you know
did you know


दिल्ली का कुतुबमीनार ईट से निर्मित विश्व का सबसे उँचा मीनार है |

Fire Hydrant (आग बुझाने वाला यंत्र ) का अविष्कार किसने किया इसके बारे मे किसी को नही पता क्युकि इसके पेटेंट के दस्तावेज़ आग मे जलकर नष्ट हो गये थे |


हमारे बिस्तर के नीचे के अधिकांश धूल वास्तव में अपनी खुद की मृत त्वचा होती है |

अगर किसी प्रकार की कोई दुर्घटना न हो तो कौओं का जीवन 240 साल माना गया है। कौआ बगैर थके मीलों उड़ सकता है।

लियोनार्दो दा विंची एक ही बार मे एक हाथ से लिख सकते थे और दूसरे हाथ से पेंटिंग कर सकते थे |
पहला कंप्यूटर माउस 1964 मे बना था जो लकड़ी का था |
20% ऑनलाइन वाइरस संगठित अपराधियों के द्वारा बनाए जातें हैं |


2010 में बीजिंग के निकट एक हाइवे पर 10 दिनो के लिए कारें फँस गयी थी, ट्रैफिक जाम 97 km तक था लोकल दुकानदार खाने पीने की चीज़ो को 10 गुने से भी ज़यादा दामों पर बेच रहे थे | ये जाम ट्रकों के कारण लगा था जो बीजिंग से कोयला ला रहे थे |



 कि फोन के कुंजी पटल यानि कीबोर्ड में 1 और 0 की संख्या वाली कुंजियों में दूसरा कोई अक्षर लिखा नही होता है। ऐसा इसलिये होता है कि इन दो नंबरों को फ्लैगनंबर माना जाता है यानि कि ये स्पेशियल सर्विस जैसे कि इमरजेंसी या आपरेटर की सर्विस के लिये ऐसे रखे जाते हैं।

क्या आप जानते हैं? दुनिया के सारे महाद्वीपों (continents) के नामों (अंग्रेजी में अगर उच्चारित करें) के अंत में वही अक्षर (अंग्रेजी का) आता है जिससे वो शुरू होते हैं।

धार्मिक राज्य (या नगरी कहें?) वेटिकन दुनिया का सबसे छोटा देश है इसका क्षेत्रफल 0.2 वर्ग मील है और इसकी आबादी लगभग 770 है। इनमें से कोई भी इसका परमानेंट नागरिक नही है।

मास्टर कार्ड के नाम से प्रसिद्ध क्रेडिट कार्ड का ओरिजिनल (वास्तविक) नाम मास्टर चार्ज था।

धरती के गुरुत्वाकर्षण (earth’s gravity) के कारण पर्वतों का 15,000 मीटर से ऊंचा होना संभव नही हैं।

रोम दुनिया का वो शहर है जिसकी आबादी ने सबसे पहले 1 मीलियन का आंकड़ा पार किया था।


हम सामान्यत: पक्षियों के झुंड को वी अक्षर के आकार में उड़ते हुए देखते हैं। ऐसा करने से उन्हें ऊर्जा बचाने में सहायता मिलती है।

अब्राहम लिंकन एक लाइसेंस प्राप्त बारटेन्डर थे |


सोनी (SONY) का पहला उत्पाद एक चावल कुकर था.

वॉल्ट डिज्नी, मिकी माउस के निर्माता, को चूहों का डर रहता था.

कांच का टूटना शुभ है या अशुभ ?


कांच का टूटना शुभ है या अशुभ ?

Broken glass, BREAK,
Broken_glass


कांच का टूटना सदैव लोगो का ध्यान अपनी ओर खीचता है चाहें वह भरी महफ़िल में कांच के ग्लास टूटने की घटना हो या गुस्से में घर का आइना तोड़ने का काम हो
फिल्मो में अक्सर देखा होगा जब भी कोई क्रोध सेपागल होता है तो उसे आइना या कांच की वस्तुएं तोड़ते दिखाया जाता है

 
BROKEN GLASS,MIRRORS
BROKEN-GLASS

क्या आप जानते हैं कांच का टूटना बुरा क्यों मानते हैं ?

यह बात रोमन लोगों से चर्चा में आई। इनमें ऐसा माना जाता था कि कांच में जो हमारा अक्स दिखाई देता है असल में वह हमारी आत्मा होती है।

जब कांच टूट जाता है तो इसका मतलब है कि हमारी आत्मा खत्म हो गई है। यहीं से कांच का टूटने को लोग बुरा मानने लगे।

इस समय जिस किसी के भी हाथ से कांच टूट जाता था वह अपने बगीचे में लगे छोटे पानी के कुंड में अपनी परछाई देखकर अपशकुन को टालता था।

दुनिया के किसी हिस्से में लोग यह मानते हैं कि कांच के टूटने से सात सालों के भाग्य उनसे रुठ जाता है। 
यहां लोग कांच के टुकड़ों को ले जाकर चंद्रमा की रोशनी में जमीन के नीचे दबा देते हैं। यह सब कुछ इसलिए किए जाता है ताकि कांच टूटने से उन पर कोई विपत्ति न आए।

क्या वाकई कांच के टूटने पर अशुभ हो सकता है ?


कांच का टूटना सदैव ही लोगो का ध्यान अपनी ओर स्वतः ही खींच लेता है  शोधार्थियों के अनुसार कांच की गुणधर्मिता होती है जो तनाव सहन नही कर सकती है इसलिए टुकड़ो में बिखरती है मानव मष्तिस्क पर कांच टूटने के प्रभाव का अभी ठीक पता नही चल पाया है  
परन्तु इसके टूटने की ध्वनि दिमाग के भावात्मक हिस्से पर हलचल जरुर पैदा करती है

Amazing Facts About Phone

Amazing Facts About Phone


आज कल मोबाईल हमारी जिन्दगी का अहम् हिस्सा बन गया है हम अपने परिवार से तो दूर रह सकते है पर मोबाईल से तो बिलकुल भी नही लेकिन इतनी जरूरतमंद वस्तु के विषय में हर तथ्य से आप भी अवगत नही होंगे तो आइये जानते है कुछ छिपे तथ्य-

Amazing Facts About Phone,MOBILE, SMARTPHONE
Amazing Facts About Phone


क्या आपको पता था कि पहले फोन का नाम सीमोन था और इसमें केवल कैलेंडर, वर्ल्डक्लॉक जैसी विशेषताएं थीं और इसमें टचस्क्रीन नहीं थी बल्कि एक टच कीपैड थी और इसकी कीमत लगभग 60,000 थी


पहला पोर्टेबल फोन जिसका नाम "DYNATOC" था जो लगभग 1 किलो वजन का था इसकी बैटरी लाइफ मात्र आधे से एक घंटे तक ही थी

Amazing Facts About Phone,MOBILE
Amazing Facts About Phone

पहला कॉल 1973 में बनाया गया था और पहला एसएमएस 1992 में किया गया था।

एक व्यक्ति दिन में 110 बार औसतन अपने फोन का स्क्रीन लॉक खोलता हैै।

क्या आप जानते थे कि 2013 में बेस्ट सेलिंग वाईफाई 5 वां लॉन्च किया गया था और 17 मिलियन यूनिट बेचे गए थेै।
  
सबसे ज्यादा महंगा फोन "ब्लैक डायमंड" है जो हॉब्स के पास है, जिसकी लागत 15 मिलियन से अधिक हैै।
  
आप जानते हैं कि स्मार्टफोन की लोकप्रियता के कारण भारत दुनिया का सबसे अग्रणी देशों में हैै।
  
क्या आपको पता है कि 9:41 प्रत्येक आईफोन के विज्ञापनों में क्यों लिखा गया है क्योंकि स्टीव जॉब्स ने केवल 9:41 बजे आईफोन लॉन्च किया था।
  
क्या आप जानते थे कि सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला मोबाइल समय देखने के लिए उपयोग किया जाता हैै।

78% फेसबुक यूजर एंड्रॉइड फोन पर है

दुनिया भर में 80% लोग एंड्रॉइड फोन का उपयोग करते हैं

दुनिया भर में 33% लोग हैं जो अपने फोन खो देते हैं या तोड़ते हैं

क्या आपको पता था कि विज्ञान ने मूत्र के साथ मोबाइल चार्ज करने का तरीका हटा दिया था
  
आपको यह बात पता नहीं हो सकती है कि सोने को मोबाइल फोन से भी हटाया जा सकता है लेकिन यह एक बहुत ही महंगी प्रक्रिया है।
  


  
क्या आप जानते थे कि फोन चुराने का 40% समय 12 बजे और 5 बजे के बीच हैै।

जापान में अधिकांश फोन वाटरप्रूफ होते हैं क्योंकि जापान के लोग अपना मोबाइल नहीं लेते हैं


दुनिया में 6.8 अरब लोग हैं, 4.6 अरब लोग मोबाइल का उपयोग करते हैं



555  को फिक्शनल यू एस टेलीफ़ोन नंबर के लिए आरक्षित किया गया है

Thursday, July 12, 2018

तो ये है इतिहास का सबसे शांत और बोरिंग दिन

यह तिथि बन गयी इतिहास की सबसे शांत और बोरिंग दिन


सोचिये एक ऐसा दिन आप को व्यतीत करना पड़े जिस दिन आप को दुनिया से कोई विषेस सूचनाएं ना प्राप्त हो टेलिविज़न खोले लेकिन उसमे कोई ख़ास कार्यक्रम नही हो आप देश-दुनिया के समाचार जानना चाहें लेकिन कोई खबर ना हो तो हो जायगा ना आप का पूरा "दिन बोरिंग"

मित्रो एक ऐसा ही दिन इतिहास में दर्ज है जिसमे यह सब हुआ था वह दिन था - " 11 अप्रैल 1954 "

दोस्तों 11 अप्रैल, 1954 का दिन इतिहास में एक विचित्र वजह से विशेष है 


11 अप्रैल 1954 एक विशेष तारीख है, जो कि विशेष इसलिए क्योंकि यह वह दिन था जब कुछ भी " विशेष ' नहीं हुआ था. शोधकर्ता इसे 20वीं सदी का सबसे "बोरिंग" दिन मान रहे हैं. इस दिन कोई विशेष घटनाक्रम नही था



इससे पहले 18 अप्रैल1930 को माना गया था सबसे बोरिंग



इससे पहले "18 अप्रैल 1930"  के दिन को सबसे बोरिंग दिन के रूप में चिह्नित किया गया था, क्योंकि उस दिन बीबीसी रेडियो के पास समाचार ही नहीं थे.

बीबीसी दफ्तर में जब चैनल का समाचारवाचक रेडियो पर आया और उसने उद्घोषणा की कि "आज कोई समाचार नहीं है!" तो उस दिन को लोगो ने बोरिंग दिन कि संज्ञा दी

परंतु अब शोधकर्ताओं ने 11 अप्रैल, 1954 को सर्वाधिक बोरिंग दिन के रूप में मान्यता दी है

जानिए कैसे तय किया गया यह दिन

यूं तो हर दिन कोई ना कोई घटना होती ही रहती है. परंतु माना गया है कि 1954 के अप्रैल महिने की 11 तारिख को कुछ भी विशेष नहीं हुआ था. इसके आकड़ो का अध्ययन किया गया

शोधकर्ताओं ने इसके लिए विशेष तरह से तयारी की कुछ विशेष साफ्टवेयर तैयार किये गये जिसमे 30 करोड महत्वपूर्ण घटनाओं को संकलित कर एक विशेष कम्प्यूटर शोध प्रोग्राम "ट्रु नोलेज" में डाला और गणनाएँ की गयी .

यह साफ्टवेयर प्रोग्राम "कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय" के "वीलियम टनस्टाल" के द्वारा विकसित किया गया, इस सोफ्टवेर के माध्यम से पता लगाया गया कि 11 अप्रैल, 1954 को 2-3 छोटी मोटी घटनाओं को छोडकर कुछ भी विशेष नहीं हुआ. इस दिन बैल्जियम में चुनाव हुए थे, तुर्की के एक बुद्धिजीवी का जन्म हुआ था और जैक शफलबोटम नामक फूटबॉल खिलाडी का निधन हुआ था. इसके अलावा इस दिन कुछ नहीं हुआ था .

तो दोस्तों  याद रहे अगली बार जब "11 अप्रैल" का दिन आए तो वह दिन सबसे बोरिंग दिन की वर्षगांठ होगा |


CTET 2018, बीएड को मान्य न किए जाने पर विज्ञापन को चुनौती

प्राइमरी CTET परीक्षा में बीएड को शामिल करने को लेकर CBSE और NCTE से जवाब तलब , शीघ्र होगा मुकदमे का निस्तारण : CTET- ONLINE सी...